Tu mile na - तू मिले ना - Hindi Poem (gajhal) - rahulrahi - Lafzghar

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Thursday, December 15, 2016

Tu mile na - तू मिले ना - Hindi Poem (gajhal) - rahulrahi

Tu mile na - Gazhal - rahulrahi.com

तू मिले ना कोई तो सबब है,
जो मिले तो बड़ा ये गज़ब है ।

प्यार है जो शिकवे गिले ना हो,
प्यार ऐसा अपना अदब है ।


साथ है तू हर पल में मेरे, अमि,
तू सुकूँ और तू ही तड़प है ।

माना हम है तुझ बिन अधूरे,
तेरी यादों से कामिल तलब है ।


साथ तेरा पाएँ अगर तो,
हमसफ़र को मंज़िल सुलभ है ।

गम ना कर तू आगे क्या होगा,
'अब' में रहना अपना मज़हब है ।

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