तू मिले ना कोई तो सबब है,
जो मिले तो बड़ा ये गज़ब है ।
प्यार है जो शिकवे गिले ना हो,
प्यार ऐसा अपना अदब है ।
साथ है तू हर पल में मेरे, अमि,
तू सुकूँ और तू ही तड़प है ।
माना हम है तुझ बिन अधूरे,
तेरी यादों से कामिल तलब है ।
साथ तेरा पाएँ अगर तो,
हमसफ़र को मंज़िल सुलभ है ।
गम ना कर तू आगे क्या होगा,
'अब' में रहना अपना मज़हब है ।
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