मंज़िलें बहुत हैं यारा,
रास्ते भी कम नहीं,
जीत जो तेरे मन है तो,
हारने का ग़म नहीं ।
ना कभी उदासियाँ हो,
हो ना माथे पर शिकन,
ख़्वाब की उड़ान हो,
हौसला तेरा गगन ।
मुश्किलों का साथ तो,
हर पहर टकराएगा,
साथ है उसके चमन, जो,
ना कभी घबराएगा ।
हर सफलता ढूँढे तुझको,
दर पे तेरे आएगी,
ख़ुशियों की बहारें तेरी,
आँखें भी भिगाएगी ।
जो गिरेगा, फिर उठेगा,
लाँघ दे समंदर सब,
ख़ुद से ऊपर ख़ुद ही उठ जा,
खींच लेगा तुझको रब ।
याद रख इतनी ख़बर बस,
रोए ना ये दिल कभी,
जीत जो तेरे मन है तो,
हारने का ग़म नहीं ।
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