Flow Of Time - वक़्त की हवा _ Hindi Poem - Lafzghar

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Thursday, February 11, 2016

Flow Of Time - वक़्त की हवा _ Hindi Poem


जब कोई ना दे साथ,
बस हो निराशा हाथ,
दुःखों को चढ़े पार,
तू डरना ना यारा ।

मुश्किल के ये बादल,
तो, आएँगे - जाएँगे,
हर क़दम पे खाए मार,
लेकिन, हिम्मत तू ना हार ।

मन उलटा ही भागे,
और रातें भी जागे,
जो रवि का सोना है,
वो तुझे जगाना है ।

ख़ालीपन रूहों का,
बेकार ना जाएगा,
बस चलता रह राही,
अच्छा वक़्त भी आएगा ।

1 comment:

  1. Superb, yaar Tu aagey badhta ja yahi hai ye dili tamanna.... Very true poem...

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